Hanuman jayanti हनुमान जयंती वर्ष में दो बार मनाई जाती है। पहली हिन्दू कैलेंडर के अनुसार चैत्र शुक्ल पूर्णिमा को अर्थात ग्रेगोरियन कैलेंडर के मुताबिक मार्च या अप्रैल के बीच और दूसरी कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी अर्थात नरक चतुर्दशी को अर्थात सितंबर-अक्टूबर के बीच।
ये पर्व विश्वभर में हनुमत भक्तों द्वारा धूमधाम से मनाया जाता है। हनुमान जन्मोत्सव पर भगवान हनुमान की पूजा-आराधना का विशेष महत्व होता है। मान्यता है कि हनुमान जन्मोत्सव के दिन विधि विधान से महाबली हनुमान की पूजा अर्चना करने से सभी विघ्न बाधाओं का अंत होता है। साथ ही मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।
हनुमान जयंती 2023 कब है?
हिंदू पंचांग के अनुसार, चैत्र पूर्णिमा तिथि का प्रारंभ 5 अप्रैल सुबह 9 बजकर 19 मिनट पर हो रहा है। वहीं इसका समापन 6 अप्रैल की सुबह 10 बजकर 04 मिनट पर होगा। उदया तिथि के अनुसार हनुमान जयंती 06 अप्रैल 2023, गुरुवार के दिन मनाई जाएगी।
हनुमान जन्मोत्सव पूजा मुहूर्त
चैत्र पूर्णिमा तिथि आरंभ- 05 अप्रैल से सुबह 09: 19 मिनट पर
चैत्र पूर्णिमा तिथि समापन- 06 अप्रैल से सुबह 10:04 मिनट पर
सुबह- 6: 06 से 7: 40 मिनट तक
दोपहर- 12: 24 से 01: 58 मिनट तक
शाम- 5: 07 से 8:07 मिनट तक
हनुमान जन्मोत्सव के समय क्या करें?
हनुमान जयंती के दिन सुबह स्नान करने के बाद साफ कपड़े पहनें।
अब बजरंगबली की मूर्ति या प्रतिमा को लकड़ी की चौकी पर स्थापित करें, जिसपर पहले से ही पीले रंग का वस्त्र बिछा हुआ हो।
बजरंगबली के समक्ष घी का दीया जलाएं।
जल छिड़कर कच्चा दूध, दही, घी और शहद मिलाकर बजरंगबली का अभिषेक करें।
बजरंगबली को लाल या पीले रंग का कपड़ा, कलावा, फूल, धूप, अगरबत्ती और दीया आदि अर्पित करें।
इसके बाद हनुमान चालीसा का पाठ कर भक्त पूजा संपन्न कर आशीर्वाद पाने की कामना करें।
इस दिन हनुमान भक्तों को हनुमान चालीसा, बजरंग बाण, सुंदर कांड और रामायण का पाठ करना चाहिए।
केसरी तथा माता अंजना के पुत्र श्री हनुमान को महावीर, बजरंगबली, मारुती, पवनपुत्र, अंजनीपुत्र तथा केसरीनन्दन के नाम से भी जाना जाता है। पवनपुत्र हनुमान को भगवान शिव का 11वां रूद्र अवतार माना जाता है, अतः प्रत्येक हनुमान मंदिर में शिवलिंग स्थापित की जाती है।
हनुमानजी की प्रतिमा पर लगा सिन्दूर अत्यन्त पवित्र माना जाता है। भक्तगण प्रायः इस सिन्दूर का तिलक अपने मस्तक पर लगाते हैं। ऐसा माना जाता है, कि इस तिलक के माध्यम से भक्त श्री हनुमानजी की कृपा से उन्हीं की तरह शक्तिशाली, ऊर्जावान तथा संयमित होजाते हैं।
हनुमान जयंती मंत्र (Hanuman Jayanti Mantra)
ॐ आञ्जनेयाय विद्महे वायुपुत्राय धीमहि। तन्नो हनुमत् प्रचोदयात्॥
‘ॐ नमो भगवते आंजनेयाय महाबलाय स्वाहा।’
‘ॐ हं हनुमते रुद्रात्मकायं हुं फट्।’
‘ॐ नमो भगवते हनुमते नम:।’
‘ॐ नमो हरि मर्कट मर्कटाय स्वाहा।’
मनोजवम् मारुततुल्यवेगम् जितेन्द्रियम् बुद्धिमताम् वरिष्ठम्। वातात्मजम् वानरयूथमुख्यम् श्रीरामदूतम् शरणम् प्रपद्ये॥
हनुमान जयंती क्या चढ़ाएं? (Hanuman Jayanti what you present?)
हनुमान जयंती के दिन बजरंगबली को गेंदा या सूर्यमुखी का फूल चढ़ाने से वैभव और सुख मिलता है. वहीं कहते हैं कि इस दिन बजरंगी को तुलसी की माला पहनाई जाए तो तरक्की में आ रही बाधाएं दूर होती है और नौकरी-व्यापार में उन्नति होती है. धन लाभ के लिए ये उपाय शुभ है हनुमान जयंती के दिन किसी हनुमान मंदिर में लाल रंग की ऐसी त्रिकोणीय ध्वजा दान करें, जिसपर राम लिखा हो, किसी कार्य में सफलता प्राप्ति और शत्रु बाधा से मुक्ति पाने के लिए ये उपाय बहुत कारगर है.