Electric bike scooter थोड़ी सी चर्चा.
आज कल रोज नए स्टार्टअप स्टार्ट हो रहे है, रोज नई नई electric vehicle(EV) लांच की जा रही है, लेकिन मैं समस्या यहां electric vehicle की सेफ्टी को लेकर है, जो एक समय में माना जाता था कि बहुत जल्दी यह diesel petrol vehicle छुट्टी कर देगा, लेकिन हाल के दिनों में होने वाले दुर्घटनाओं के कारण लोगों के मन में एक डर सा बैठ गया है, electric vehicle को लेकर और जो कि सेल्स पर बहुत नकारात्मक प्रभाव डाला है, तो भी बहुत सारे electric vehicle स्टार्टअप और लॉन्च लगातार जारी है, ज्यादा से ज्यादा रेंज देने की कोशिश की जा रही है, होड़ सी मची हुई है, कि कौन सबसे ज्यादा range दे सकता है, रोज नए दावे किए जा रहे हैं, कोई बोल रहे हैं कि 80 किलोमीटर तो कोई 100 किलोमीटर तो कोई 150 किलोमीटर, आपको तो यहां तक मिल जाएंगे जो 300 किलोमीटर का भी range देने की बात कर रहे हैं, इसका मतलब और बड़ी battery और हाल के दिनों में battery में लगे आग के कारण ग्राहकों को सोचने पर मजबूर कर दिया है, electric bike scooter लेना चाहिए कि नहीं? यह सेफ है कि नहीं? तो चलो आज हम इसके बारे में जानते हैं electric bike लेने के समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और वह कौन सी सेफ्टी फीचर्स है जो आजकल हर बाइक में दिए जा रहे हैं जिसको आप जरूर चेक करें:-
Electric bike डिटेल्स के बारे में और अगर हमें खरीदना है तो किन बातों का ध्यान रखना :-
सबसे पहले हम electric bike के मुख्य पार्ट्स के बारे में बात कर लेते हैं.
मोटर (Motor): इलेक्ट्रिक बाइक को चलाने के लिए उपयोग किया जाने वाला उद्योगीक मोटर।
स्पीड कंट्रोलर (Speed controller): electric bike की गति को नियंत्रित करने के लिए उपयोग किया जाने वाला पुनरावर्तनीय यूनिट।
बैटरी (Battery): electric bike के ऑपरेशन के लिए विद्युत की आपूर्ति करने के लिए उपयोग किया जाने वाला स्टोरेज यूनिट।
स्क्विटचक्र: electric bike के पैमाने पर हल्की उठने वाली संतुलित गति को नियंत्रित करने के लिए उपयोग किया जाने वाला यूनिट।
Electric bike खरीदारी करते समय बातों का ध्यान:-
प्रकार (Type): उन उत्पादों की खरीद करें जो आपकी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए उपयुक्त हों। जैसे कि यदि आप इलेक्ट्रिक बाइक खरीद रहे हैं जाहिर सी बात है आपके ध्यान में होगा कि आपको स्पीड कितना चाहिए रेंज कितना चाहिए कंफर्ट कैसा चाहिए यह सब बातें ध्यान में रखें तीर उस टाइप की बाइक स्कूटर को आप चुने
ब्रांड (Brand): अधिकतर विश्वसनीय ब्रांडों से उत्पाद खरीदें, जो अच्छे गुणवत्ता, उपयोगिता और सुरक्षा में अच्छी हों। क्योंकि मार्केट में बहुत सारे ऐसे ग्रांड मिल जाएंगे जो कहीं ना कहीं से जुगाड़ करके चाइनीस मार्केट से पास उठाके असेंबल करके आपको दे देंगे उसका पाठ सभी बाद में आपको मिलना मुश्किल हो जाएगा और यह सेफ्टी की बात तो कोई आरएंडी ना होने के कारण आप समझ सकते हो कि कुछ भी हो सकता है तो इसलिए विश्वसनीय ब्रांड का ही बाइक स्कूटर खरीदें
क्षमता (Capacity): उत्पादों की क्षमता को ध्यान में रखें, ताकि आपको अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने में कोई परेशानी न हो। मैं उत्पाद की क्षमता के बारे में बात क्यों कर रहा हूं, क्योंकि यदि बुक कंपनी आने वाले टाइम में आपको पार्ट्स की जरूरत पड़ती है वह टाइम पर नहीं दे पाया तो आप क्या करेंगे तो कंपनी की छमता जरूर देखें कि वह पास देने के लायक है या नहीं है जैसी बातें अगर वह चाइना से पूर्ण करके एसएम बिल करके दिया रहेगा तो फिर आपको 5 मिलने में जाहिर सी बात है दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है
लेबल प्रमाण: उत्पादों के लेबल प्रमाणों को ध्यान में रखें, ताकि आप सुरक्षित और वैध उत्पादों की खरीदें,
मेन टॉपिक सेफ्टी पर बात करते हैं, सेफ्टी के बारे में जो हमारा मेन मोटो है, कि हम इसकी सेफ्टी कैसे रखें और बड़ी ब्रांड इस पर कैसे काम कर रहे हैं, electric bike में हम battery को दिल दिमाग सब कुछ समझ सकते हैं, electric bike scooter के लिए तो हम आज इसके सेफ्टी के बारे में ही बात करेंगे, क्योंकि battery वह चीज है जो 45% अकेले bike scooter का कॉस्ट होता है इसके लिए भी battery को safe रखना बहुत जरूरी है, तो बैटरी long lasting ज्यादा दिन तक चले पर रिसर्च कैसे किया जा रहा है, इसको कैसे से बनाए जा रहे हैं, बहुत सारी कंपनी से कैसे काम कर रही है इसके बारे में जानते हैं
BMS battery management system.
Battery के cell पर जो काम हो रहा है कल बात है लेकिन उसके अलावा hit को monitor करने के लिए जो software बनाया जा रहे हैं जिसे हम BMS battery management system भी कहते हैं हो रहा है लेकिन बैटरी को माइर करने के लिए उसकी हिट को मॉनिटर करने के लिए और उसके हेल्थ को मर्डर करने के लिए जो सॉफ्टवेयर बनाया जा रहा है और जिस पर लगातार काम कर रहा है चल रहा है उसको हम बोलते हैं battery monitor system चलो समझते हैं बैटरी मोटर सिस्टम कैसे काम करता है और इतना यह जरूरी रशियन क्यों है एक इलेक्ट्रिक बाइक और स्कूटर के लिए
Battery monitoring system BMS:-battery monitor system BMS एक बहुत अहम रोल अदा करता है जो कि आपके battery के लाइफ को बढ़ा देता है, एक Android based एक software system है जोकि ARM cheap microcomputer enabled होता है जो की से जुड़ा होता है मॉनिटर करने के लिए आपके charging discharging मॉनिटर करता है, BMS battery management system आपके बैटरी के इलेक्ट्रो केमिकल पर बैटरी आयन को हेल्प करता है, एक्यूरेट मेजरिंग सर्किट होता है जो आपके गाड़ी के सभी कैरेक्टर को मॉनिटर करता है, इसमें state of charge (SOC) और एक intelligent display और in house data acquisition system होता है, जो कि आपके vehicle के operating character को देखता है जैसे कि trip,mileage,speed,SOC,State of health (SOH)cell voltage और current. Battery over charge और discharge ज्यादा temperature सब कुछ इसमें सेट होता है और इसमें निर्णय लेने की क्षमता होती है ऑटोमेटिक चार्ज होने के बाद डिस्कनेक्ट हो जाता है.
Battery case
Battery case वह है जिसके अंदर बैटरी के सेल्स को रखा जाता है,यह आजकल हिट रजिस्टेंस और हिट कंट्रोल करने के लिए बनाया जा रहा है ,जोकि आपके बैटरी में हिट को काफी हद तक कम कर देता है.