दोस्तो आप सभी तो हर दिन इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का इस्तेमाल करते ही है जैसे कि कोई भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस इसमें आप के मोबाइल फोन, TK, या कोई और दूसरा इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस सामिल है । क्या आप को पता है आखिर यह इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस होता है क्या ? और इसे बनाया कैसे जाता है ? अगर आप को नहीं पता ज्यादा कुछ इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के बारे में तो हम आप को हमारे इस आर्टिकल के माध्यम से इसके बारे में वो सारे जानकारी दिए है जिसे पढ़ कर आप को इसके बारे में सारा जानकारी मिल जायेगा । हम इस आर्टिकल में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के बारे में तो सब कुछ बता नही सकते क्यों की ये एक बहत ही बड़ा कांसेप्ट है जिसे एक ही आर्टिकल में समझना या समझना बहत ही मुस्किल है फिर भी हम आप के लिए हमारे तरफ से हम पूरी कोशिश किए है आप को इसके बारे में समझाने के लिए । तो क्या आप हमारे इस आर्टिकल को पढ़ना पसंद करेंगे ? अगर आप का जवाब हां है तो चलिए आर्टिकल को पूरा अच्छे से पढ़ते है और इसके बारे में जानकारी लेते है ।
Defination 1
What is electronics devices ? इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस क्या होता है ?
इलेक्ट्रॉनिक्स विज्ञान की एक शाखा है जो एक निर्वात या, गैस या अर्धचालक के माध्यम से वर्तमान चालन से संबंधित है और इलेक्ट्रॉनों के प्रवाह का अध्ययन करती है और उनके प्रभावों को इलेक्ट्रॉनिक्स के रूप में जाना जाता है।
Defination 2
What is electronics devices ? इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस क्या होता है ?
Electronics devices वह डिवाइस होती है जो इलेक्ट्रॉन्स के flow को कंट्रोल कर सकते है , जैसे की एग्जांपल है , मोबाइल phones, TV , Computer, Radio etc ।
Application of electronics devices :- इलेक्ट्रोनिक्स डिवाइस का एप्लीकेशन
Industrial :- औद्योगिक
हम सभी को पता है आज के समय में बहत सारे इंडस्ट्री कितनी तेजी से आगे बढ़ रहे, इन सारे इंडस्ट्री में इलेक्ट्रॉनिक्स की उपयोगिता बहत है । हर इंडस्ट्री में इलेक्ट्रॉनिक्स कंपोनेंट , मशीन लगता ही है । ऐसे में आज के समय पर इंडस्ट्री जैसे जैसे आगे बढ़ेगा वैसे वैसे इलेक्ट्रॉनिक्स की उपयोगिता भी बढ़ता ही जायेगा ।
Agriculture:- कृषि
Electronics ने Agriculture फील्ड की एक बहत बड़ी समस्या को समाधान किया है । इलेक्ट्रॉनिक्स की वजह से आज फसल की निगरानी या कृषि के उत्पादन को बढ़ाने के लिए कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और सेंसर का उपयोग किया जाता है ।
Digital Sound Or Music :- डिजिटल ध्वनि या संगीत
Music सुनना किसको पसंद नही है, आप भी इसको पसंद करते ही होंगे और हम भी करते है ,हर कोई म्यूजिक का दीवाना होता ही है पर हम जो अपने स्मार्ट फोन में या ipods या किसी DJ Box में म्यूजिक सुनते है वह इलेक्ट्रॉनिक्स की वजह से ही हो पता है । मतलब एक म्यूजिक set भी इलेक्ट्रॉनिक होता है जिसमे हम म्यूजिक का आनंद लेते है । इसके अलावा हमारे ipods या स्मार्ट फोन में thousanda of songs store हैं, यह भी इलेक्ट्रॉनिक्स के वजह से ही संभव हो पाता है ।
Defence and Aerospace :- रक्षा और एयरोस्पेस
आज सभी जगह पर इलेक्ट्रॉनिक्स का उपयाग है ऐसे में डिफेंस और एयरोस्पेस में भी इलेक्ट्रॉनिक्स की भूमिका बहत बाद जाता है । जैसे की Defence and Aeronautical applications इसमें सामिल है :-
Cockpit controllers ( कॉकपिट नियंत्रक )
Missile Launching systems ( मिसाइल लॉन्चिंग सिस्टम )
Military systems ( सैन्य प्रणाली )
Rocket Launchers for space ( अंतरिक्ष के लिए रॉकेट लांचर )
Boom barrier for military applications ( सैन्य अनुप्रयोगों के लिए बूम बैरियर )
Aircraft systems ( विमान प्रणाली )
What is electron emission ? इलेक्ट्रॉन एमिशन क्या होता है ?
Electron emission का मतलब है इलेक्ट्रॉन का एमिट होना मतलब अगर किसी मेटल सर्फेस के साथ इलेक्ट्रॉन्स इमिट होता है तो उसे इलेक्ट्रॉन एमिशन कहा जाता है इसके बारे में जानने के लिए आप को और भी अधिक रिसर्च करना होगा या बुक में पढ़ना होगा या आप यूट्यूब से भी जानकारी ले सकते है , ये जो छोटा छोटा चीज है एक्चुअली यह एक बहत बड़ा बड़ा कांसेप्ट है जिसको समझने के लिए आप को इससे जुड़ा हुआ पढ़िए करना होगा या आप आज के समय में यूट्यूब से भी जानकारी पा सकते है ।
Types of electron emission :- इलेक्ट्रॉन एमिशन के प्रकार
Thermionic emission
जब किसी धातु को गर्म किया जाता हैं तब इसके अणु तापीय उर्जा ग्रहण कर लेते हैं | और कुछ इलेक्ट्रान इतनी उर्जा ग्रहण कर लेते हैं की वो धातु की सतह से कुछ दूर जा सके | जिन्हें थर्मियोन कहते हैं | बिना इस उर्जा के इलेक्ट्रान केवल धातु के अन्दर ही गति कर सकते हैं बाहर नहीं आ सकते हैं, इसे ही इलेक्ट्रॉनिक एमिशन कहा जाता है, आसा करता हु आप को समझ में आ गया होगा इलेक्ट्रॉनिक एमिशन के बारे में ।
Field Emission
धातु की सतह से इलेक्ट्रॉनों के बाहर निकलने की प्रक्रिया विद्युत क्षेत्र को लागू करने से जिसे क्षेत्र उत्सर्जन कहा जाता है।
Photo-electric emission
धातु की सतह से उस पर प्रकाश पड़ने से इलेक्ट्रॉनों के बाहर निकलने की प्रक्रिया। इसे कहते हैं फोटो–इलेक्ट्रिक एमिशन।
Secondary Emission
धातु की सतह से इलेक्ट्रॉनों के बाहर निकलने की प्रक्रिया उस पर तेजी से गतिमान कणों के गिरने से। जिसे द्वितीयक उत्सर्जन कहते हैं।
Classification of material according to electrical conductivity :-विद्युत चालकता के अनुसार सामग्री का वर्गीकरण
ऊर्जा बैंड के आधार पर इसे धातु, अर्धचालक या इन्सुलेटर के रूप में वर्गीकृत किया जा सकता है।
Conductor :-
वह पदार्थ जो अपने अंदर से विधुत धारा को बहने देते हैं वह कंडक्टर पदार्थ कहलाते हैं।
Semiconductor :-
semiconductor पदार्थ वह होता है जिसके विद्युतीय गुण सुचालकों तथा कुचालक के मध्य होते हैं।
Insulator :-
वह वैद्युत युक्ति जो किसी चालकीय पदार्थों को वैद्युत प्रवाह को रोकने अथवा चालक तथा पृथ्वी के बीच विद्युत को रोकने के लिए किया जाता है उसे इंसुलेटर कहा जाता है ।
Intrinsic & Extrinsic Semiconductor :-
Intrinsic semiconductor :-
एक Intrinsic प्रकार का सेमीकंडक्टर्स पदार्थ रासायनिक रूप से बहुत शुद्ध होता है। यह केवल एक ही प्रकार के एलिमेंट से बना होता है।
Instrinsic एक ऐसा पदार्थ होता है जिसकी विद्युत चालकता का मान चालक और कुचालक के मध्य होती है।
यह एक ऐसे पदार्थ होते है जो कुछ विशेष स्थितियों में विद्युत का प्रवाह करते है और यदि ये विशेष स्थिति पूर्ण न हो तो इन से विद्युत का प्रवाह नहीं होता है।
अर्धचालक पदार्थों के कुछ उदाहरण : एंटीमोनी, बोरॉन, कार्बन, जर्मेनियम, सिलिकॉन, सल्फर, और टेल्यूरियम आदि।
Extrinsic semiconductor :-
Extrinsic सेमीकंडक्टर्स की कंडक्टिविटी को बहुत कम संख्या में उपयुक्त प्रतिस्थापन एटम्
स को शुरू करने से बहुत सुधार किया जा सकता है जिन्हें Impurities कहा जाता है।
शुद्ध सेमीकंडक्टर्स में अशुद्धता परमाणुओं को जोड़ने की प्रक्रिया को Doping कहा जाता है। आमतौर पर, 107 में केवल 1 परमाणु को डोप्ड सेमीकंडक्टर्स में एक डोपेंट परमाणु द्वारा प्रतिस्थापित किया जाता है।
एक extrinsic सेमीकंडक्टर्स को आगे वर्गीकृत किया जा सकता है:
N type semiconductor
P type semiconductor
Difference between Intrinsic & Extrinsic Semiconductor :- ( आंतरिक और बाह्य अर्धचालक के बीच अंतर )
Instrinsic :-
आंतरिक अर्धचालक शुद्ध अर्धचालक है।
Instrinsic semiconductor में इलेक्ट्रॉनों की घनत्व छिद्रों के घनत्व के बराबर होता है ।
Instrinsic semiconductor में इलेक्ट्रिकल कंडक्टिविटी कम होती है ।
Extrinsic :-
बाह्य अर्धचालक अशुद्ध अर्धचालक है।
Extrinsic semiconductor में इलेक्ट्रॉनों का घनत्व छिद्रों के घनत्व के बराबर नहीं होता ।
Extrinsic semiconductor में इलेक्ट्रिकल कंडक्टिविटी अधिक होती है ।
Principle of working and use of PN junction diode, Zener diode and Light Emitting
Diode (LED) 🙁 पीएन जंक्शन डायोड, जेनर डायोड और लाइट एमिटिंग के कार्य और उपयोग का सिद्धांत
डायोड (एलईडी) )
PN Junction :-
जब P-Type तथा N-Type अर्द्धचालक को किसी स्पेशल विधि द्वारा आपस में जोड़ा जाता है ,और जिस स्थान पर ये दोनों अर्द्धचालक एक दूसरे से संयोजित होते है उस स्थान को P-N Junction कहते है।
Zener Diode :-
Zener Diode एक सिलिकॉन सेमीकंडक्टर डिवाइस होता है । इस diode का P – N Junction अत्यधिक dope किया हुआ होता है । समान्य diode reverse voltage पर breakdown हो जाते हैं और वो breakdown resion में काम करने के लिए नहीं बनाये जाते लेकिन Zener diode breakdown resion में भी मजबूती से कार्य करते हैं।
Light Emitting Diode (LED) :-
Light Emitting Diode एक विशेष प्रकार से बनाया गया डायोड होता है जो बहुत ही संकीर्ण बैंड चौड़ाई की दृश्य क्षेत्र में अलग अलग रंगों की तरंग दैर्ध्य का प्रकाश उत्सर्जित करता है। लेकिन ये प्रकाश तभी उत्सर्जित करते है जब इन डायोड को अग्र बायस या अभिनति में रखा जाए।
Integrated circuits (I.C) & its advantages :- ( इंटीग्रेटेड सर्किट (I.C) और इसके फायदे )
Integrated circuits को chip या microchip से भी संदर्भित किया जाता है । Integrated circuits एक स्मॉल chip है जो की सेमीकंडक्टर मैटेरियल पर सिलिकॉन से बना हुआ होता है । इस छोटी chip को कई सारे इलेक्ट्रॉनिक घटक कि मदत से आपस में जोड़ा गया होता है । Integrated circuits एक कंप्यूटर मेमोरी की तरह कार्य कर सकता है ।
Types of Integrated circuits :- ( एकीकृत परिपथों के प्रकार )
Analog ICs
Analog ICs में इनपुट और आउटपुट सिग्नल निरंतर श्रेणी में करते है । Analog ICs सबसे सरल प्रकार के ICs हैं । Analog ICs उन डिवाइस से जुड़े हुए होते है जो सिग्नल लेते हो या सिग्नल भेजते हो ।
Digital ICs
Digital ICs कई digital gates, multiplexers, flip flops और दूसरे इलेक्ट्रॉनिक कॉम्पोनेन्ट के उपयोग से तैयार की जाती है। जो सर्किट सिग्नल को दो स्टेट में परिभाषित करती है, उसे binary circuit कहा जाता है। इलेक्ट्रिक सिग्नल की ये दो स्टेट ‘0’ और ‘1’ है। सामान्य रूप डिजिटल सर्किट में 0 को ‘on’ वही 1 को ‘off’ का प्रतिनिधि माना जाता है। Digital ICs को लॉजिकल ऑपरेशन और डिजिटल गणना के लिये उपयोग किया जाता है।
Mixed Single ICs
Mixed Single ICs सर्किट में Digital और Analog ICs दोनों को एक ही chip में संयोजित कर दिया जाता है। ये डिजिटल से एनालॉग कन्वर्टर (D/A converter) और एनालॉग से डिजिटल कन्वर्टर (A/C converter) और क्लॉक/ टाइमिंग आईसी की तरह काम करती है।
FAQ :
Mixed Single ICs क्या होता है ?
Mixed Single ICs सर्किट में Digital और Analog ICs दोनों को एक ही chip में संयोजित कर दिया जाता है।
Digital ICs क्या होता है ?
Digital ICs कई digital gates, multiplexers, flip flops और दूसरे इलेक्ट्रॉनिक कॉम्पोनेन्ट के उपयोग से तैयार की जाती है।
Zener Diode क्या होता है ?
Zener Diode एक सिलिकॉन सेमीकंडक्टर डिवाइस होता है ।
Light Emitting Diode (LED) क्या होता है ?
LED ये नाम तो आप ने बहत सुना ही होगा और यूज भी करते ही होंगे तो LED का फुल फॉर्म होता है Light Emitting Diode । Light Emitting Diode (LED) एक विशेष प्रकार से बनाया गया डायोड होता है जो बहुत ही संकीर्ण बैंड चौड़ाई की दृश्य क्षेत्र में अलग अलग रंगों की तरंग दैर्ध्य का प्रकाश उत्सर्जित करता है।
इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस क्या होता है ?
Electronics devices वह डिवाइस होती है जो इलेक्ट्रॉन्स के flow को कंट्रोल कर सकते है , जैसे की एग्जांपल है , मोबाइल phones, TV , Computer, Radio etc । वैसे आप को इसके बारे ज्यादा बताने की जरूरत भी नहीं है क्यों कि आप पहले से ही इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के बारे में जानते ही है ।
तो दोस्तो यह था एक जानकारी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के बारे में जिसमे हमने आप को इससे जुड़ा हुआ सारे जानकारियों को अच्छे से समझने की पूरी कोशिश किए है । अगर आप को हमारे इस साइट पर और भी ऐसे आर्टिकल पढ़ना पसंद करते है तो आप हमे कॉमेंट करके जरूर बताएं । और आप का जो कुछ भी सवाल होगा या कुछ और जानकारी आप को चलिए तो उसके बारे में भी हम बताए ताकि हम आप तक अच्छे से अच्छे जानकारी पहुंचा सके । आप हमे आपने राय जरूर दीजियेगा ताकि हम पता चले आप को हमारे दिया गया जानकारी कितना सही लगा या आप इससे कितना कुछ सीख सके और दोस्तो आप हमारे इस आर्टिकल को अपने दोस्तो को शेयर करना मत भूलिए ताकि आप के दोस्त भी इसे पढ़ कर कुछ जानकारी हासल कर सके । आप हमारे